शनिवार, १४ सप्टेंबर, २०१९

बड़ी फुरसत से लिखा होगा उपरवालेने
हमारा नाम अपनी डिक्शनरी में
दुःख-दर्द की कोई कमी नहीं यहाँ
पर फ़िर भी उम्मीदोंकी पूरी बारात यहाँ
कोई और हमसे जरूर दूर हो जाए 
पर हम फ़िर भी डटे हुए....सपनोंके पीछे
राहोंके काटे ख़ुद ही निकाल फ़ेक रहे है
हमारी हिम्मत हार मान
जाए ये हमे मंजूर नहीं
तभी तो....बड़ी फुरसत से लाया है हमे ख़ुदा ने
जिसे शायद....हमसे भी ज्यादा भरोसा है हमपे

©️वर्षा_शिदोरे

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