मंगळवार, १० डिसेंबर, २०१९

आखों से आँसू तो
यार हमारे भी बह गए 
पर सुनो....फ़र्क बस
इतना सा था की....
तुम प्यार में रो रहे थे
और हम न जाने क्यों
उसी प्यार के गुस्से में 

शायद अनजाने में ही सही 
एक रिश्ता खोया था
जो तुमने ठुकराया था 

और हमने अपनाया था
दोस्ती का ....


 (स्वलिखित-by self)
©️वर्षा_शिदोरे

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