रिश्तें.....
हर किसी में कुछ ख़ास होता है
ओ हर कोई अपने दिल के पास होता है
कुछ बाते और यादें कड़वी भी मिली
अब फर्क नहीं पड़ता बीते लम्हों से
हर किसी में कुछ ख़ास होता है
ओ हर कोई अपने दिल के पास होता है
कुछ बाते और यादें कड़वी भी मिली
अब फर्क नहीं पड़ता बीते लम्हों से
पर ख़ास इंसान और ख़ास हो जाते है
शायद अपने पराये की कोई ड़ोर ही नहीं
कभी कुछ ऱिश्तों का नाम नहीं होता
पर फ़िर भी ओ दिल के सब से क़रीब होता है
(स्वलिखित-by self)
©️वर्षा_शिदोरे
©️वर्षा_शिदोरे
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